मार्केट के अनुसार निवेश करने में सभी सफल नहीं हो सकते परन्तु नियमित निवेश करके निवेशक बाज़ार के उतार चढाव से होने वाले नुकसान से बचे रह सकते है।
म्युच्युअल फंड हाउसों द्वारा प्रस्तुत सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (एस आई पी या सिप) नियमित निवेश के लिए एक सरल एवं समय की कसौटी पर खरा सॉल्यूशन प्रस्तुत करती है।
सिप एक सरलता से इस्तेमाल की जाने वाली फेसिलिटी है। जो आपको मासिक बजट पर दबाव डाले बगैर रिटर्नस अर्जित करते हुए कैपिटल एकत्र करने में मदद करती है। इसके लिए विकल्प को एक्टिवेट करने के लिए किसी विशिष्ट स्कीम के लिए पहले से नियत शर्तों एवं राशी ( जो रु। ५०० तक हो सकती है) के लिए फंड हाउस को एक बार एप्लीकेशन जरुरी होता है राशी का भुगतान पोस्ट डेटेड चेक द्वारा किया जा सकता है अथवा आपके खातों से सीधा ईसीएस द्वारा ट्रान्सफर किया जा सकता है। इसके बाद चुनी गई फिक्सड राशी की सीमा के लिए पीरियाडिक निवेश किया जाता है। क्रय की गई यूनिटों की संख्या निवेश के समय फंड स्कीम की नेट एसेट वेल्यू (एनएवी) पर निर्भर होगी।
सिप के जरिये नियमित निवेश द्वारा निश्चित अवधि में कॉर्पस बिल्ड किया जा सकता है । आइये देखिये किस प्रकार एक निवेशक जो छः माह पुराना रु। २००० की छोटी राशी का निवेश करता है , सिप सुविधा का इस्तेमाल करके अपने निवेश के व्यय को कम कर सकता है।
01.04.2009 | 2,000 | 10.55 | 189.573 |
01.05.2009 | 2,000 | 12.24 | 163.399 |
01.06.2009 | 2,000 | 11.51 | 173.762 |
01.07.2009 | 2,000 | 12.58 | 158.983 |
01.08.2009 | 2,000 | 13.69 | 146.092 |
01.09.2009 | 2,000 | 14.18 | 141.044 |
औसत क्रय मूल्य : 12.334
सिप इक्विटीज़ की दीर्घावधि संभावनाओ का लाभ उठाने के लिए आदर्श इंस्ट्रूमेंट है, जो मार्केट के उतार चढाव से प्रभावित नही होता है। निवेशक सिप के जरिये म्युच्युअल फंड में नियमित निवेश करके अपनी भविष्य की किसी योजना हेतु प्रावधान कर सकते हैं यह नीचे दर्शाया गया है।
वित्तीय लक्ष्य
| टाईम लाईन
| वांछित राशी (रु.)
| वांछित मासिक निवेश
|
गृह ऋण डाउन पेमेंट
| 5 वर्ष
| 10 लाख
| 12,809 |
बच्चे की उच्च शिक्षा
| 10 वर्ष | 15 लाख | 7,262 |
रिटायरमेंट कॉर्पस
| 15 वर्ष | 50 लाख | 3,737 |
* ( महीने के प्रारम्भ में संभावित निवेश जो प्रति वर्ष 10 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। )
सिप के लाभ
इससे निवेशक को समयावधि के दौरान अपने निवेश में अन्तर रखने का अवसर प्राप्त होता है। इस प्रकार होने वाले व्यय का औसतीकरण हो जाता है। प्राईस कम होने पर निवेशक को अधिक यूनिटे व प्राईस अधिक होने पर कम यूनिट मिलती है। इसका शुद्ध परिणाम प्रति यूनिट कम औसत यूनिट के रूप में मिलता है।
***** म्युच्युअल फंड में किया गया निवेश बाज़ार जोखिम के आधीन होता है। निवेश से पहले कृपया योजन की जानकारी के दस्तावेज़ को पढ़ लेवें।
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